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World Hypertension Day 2025: गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकता है उच्च रक्तचाप

इ World Hypertension Day 2025: उच्च रक्तचाप होने पर हार्ट आर्टरी की दीवार पर ब्लड का प्रेशर लगातार बहुत अधिक रहने लगता है. इलाज नहीं करने पर यह गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकता है. उच्च रक्तचाप के कारण और इलाज के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए हर वर्ष 14 मई को वर्ल्ड हाइपरटेंशन डे मनाया जाता है. हाइपरटेंशन, जिसे उच्च रक्तचाप के रूप में भी जाना जाता है. यह एक ऐसी स्थिति है, जहां आपकी धमनी की दीवारों के खिलाफ आपके ब्लड का प्रेशर लगातार बहुत अधिक होता है. यह एक सामान्य स्थिति है. अगर इसका इलाज नहीं किया जाता है, तो यह गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकता है. उच्च रक्तचाप को 130 मिमी एचजी या उससे अधिक के सिस्टोलिक रक्तचाप और 80 मिमी एचजी या उससे अधिक के डायस्टोलिक रक्तचाप के रूप में परिभाषित किया जाता है. इसके प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए हर वर्ष वर्ल्ड हाइपरटेंशन डे (World Hypertension Day 2025) मनाया जाता है. वर्ल्ड हाइपरटेंशन डे (World Hypertension Day 2025) वर्ल्ड हाइपरटेंशन डे (WHD) का उद्देश्य लोगों को उच्च रक्तचाप और इसकी गंभीर चिकित्सा जटिलताओं के म...

नकारात्मक विचारों को दूर किया जा सकता है: सद्गुरु जग्गी वासुदेव

आध्यात्मिक गुरु सद्गुरु जग्गी वासुदेव के अनुसार, नकारात्मक विचारों को रोकने की कोशिश नहीं करनी चाहिए. दरअसल, नकारात्मक और सकारात्मक विचार जैसी कोई चीज़ नहीं होती है. अगर आप समझते हैं कि यह सिर्फ़ एक विचार है, तो इसकी अपनी कोई शक्ति नहीं है. अगर आपको लगता है कि यह एक वास्तविकता है, तो यह आपको नष्ट कर सकता है . आध्यात्मिक गुरु सद्गुरु जग्गी वासुदेव ने बताया है कि नकारात्मक विचार या सकारात्मक विचार जैसा कुछ नहीं होता है. क्या आप अपने मन से किसी भी विचार को ज़बरदस्ती निकाल सकते हैं? मन की प्रकृति ऐसी है कि यह सिर्फ़ जोड़ और गुणा कर सकता है. इसलिए किसी व्यक्ति को ज़बरदस्ती एक निश्चित तरीके से सोचने की कोशिश करने की बजाय खुद को मन से दूर करने की दिशा में काम करना चाहिए. सद्गुरु नकारात्मक विचारों को दबाने या हटाने की कोशिश नहीं करने की सलाह देते हैं. वे मन की गतिविधि का एक स्वाभाविक हिस्सा हैं और उनमें स्वाभाविक रूप से कोई शक्ति नहीं होती. सांस पर ध्यान देना सद्गुरु जग्गी वासुदेव विचारों को देखते हुए सकारात्मक विचारों पर ध्यान केंद्रित करने का सुझाव देते हैं, बिना किसी निर्णय या उन्...

Kurma Jayanti 2025: भगवान विष्णु के दूसरे अवतार कच्छप अवतार की पूजा-अर्चना

Kurma Jayanti 2025: कूर्म जयंती के अवसर पर भगवान विष्णु के दूसरे अवतार कूर्म यानी कच्छप अवतार की पूजा-अर्चना की जाती है. समुद्र मंथन के समय कूर्म के रूप में अवतार लेकर श्री विष्णु जी ने मंदराचल पर्वत की रक्षा की. कूर्म जयंती 12 मई को है. कूर्म जयंती भगवान विष्णु की जयंती है. कूर्म सत्य युग के दौरान भगवान विष्णु के दूसरे अवतार थे. इस दिन भगवान विष्णु के मंदिरों में विशेष पूजा का आयोजन किया जाता है. कूर्म अवतार में विष्णु जी एक कछुए के रूप में प्रकट हुए थे. जब समुद्र मंथन के दौरान मंदराचल पर्वत डूबने लगा, तो विष्णु जी ने कूर्म के रूप में अवतार लिया. उन्होंने मंदराचल पर्वत को अपनी पीठ पर धारण किया. कूर्म अवतार को कूर्म अवतार या कच्छपावतार के नाम से भी जाना जाता है. इस वर्ष कूर्म जयंती 12 मई (Kurma Jayanti 2025) को है. समुद्र मंथन से जुड़ा है कूर्म अवतार पौराणिक कथाओं में कूर्म भगवान विष्णु का दूसरा अवतार है, जो कछुए का रूप धारण करता है. संस्कृत में "कूर्म" शब्द का अर्थ "कछुआ" होता है. यह अवतार विशेष रूप से समुद्र मंथन से जुड़ा हुआ है. जहां कूर्म के रूप में विष...

International Nurse Day 2025 : नर्सों के योगदान के प्रति सम्मान प्रकट करने का विशेष दिन

International Nurse Day 2025: आधुनिक नर्सिंग की संस्थापक फ्लोरेंस नाइटिंगेल की जयंती मनाने के लिए हर साल 12 मई को अंतरराष्ट्रीय नर्स दिवस मनाया जाता है. यह तिथि दुनिया भर में नर्सों के योगदान का सम्मान करने और उनके सकारात्मक कार्य के जश्न मनाने का भी दिन है. नर्स एक हेल्थकेयर प्रोफेशनल है, जिसे बीमार या घायल व्यक्तियों की देखभाल करने के लिए प्रशिक्षित किया जाता है. मरीज की भलाई पर ध्यान केंद्रित करना और उनके अच्छे स्वास्थ्य को बढ़ावा देना ही उनका प्रमुख कार्य है. नर्सें डॉक्टरों और अन्य स्वास्थ्य सेवा पेशेवरों के साथ मिलकर मरीज़ की ज़रूरतों का आकलन करती हैं. उनके लिए उपचार योजनायें बनाती हैं और मरीज़ की प्रगति की निगरानी करती हैं. वे मरीज़ों को शिक्षित करने और सहायता देने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं. दुनिया भर में नर्सों के योगदान का सम्मान करने के लिए 12 मई को अंतरराष्ट्रीय नर्स दिवस ( International Nurse Day 2025) मनाया जाता है. क्या है अंतरराष्ट्रीय नर्स दिवस का इतिहास (International Nurse Day History) नर्सिंग के इतिहास में एक महत्वपूर्ण व्यक्ति फ्लोरेंस नाइटिंगे...

समस्या से समाधान की ओर ले जाता है योग: श्री श्री रविशंकर

योग मन को स्वतंत्र कर देता है. यह आपको तनाव मुक्त कर देता है. यह हर दिशा में सहजता से समाधान तलाशने में मदद करता है. योग हमें और अधिक जिम्मेदार बनाता है. इस विषय पर जानें आध्यात्मिक गुरु और आर्ट ऑफ़ लिविंग के संस्थापक श्री श्री रविशंकर के विचार. योग सभी समस्याओं को खत्म कर सकता है. आध्यात्मिक गुरु श्री श्री रविशंकर के अनुसार, योग के प्रणेता पतंजलि ने योग को परिभाषित करते हुए कहा है कि, ‘‘योग का मकसद ही है कि दुख आए इससे पहले ही वह खत्म हो जाए.’’ गुस्सा, ईष्र्या, कुंठा, घृणा सभी को समाहित कर नवजीवन की ओर बढ़ना ही योग है. आपने देखा होगा कि जब आप प्रसन्न होते हैं तो आप स्वयं को तनाव मुक्त महसूस करते हैं. जब बेईज्जत या असफल होते हैं, तो आपके अंदर कुछ दरकता हुआ महसूस होता है, हम सिकुडने लगते हैं. योग हमारे अंदर जो भी है सिकुड़ने या फैलने की घटना घट रही है उसका साक्षी बनाता है. जिम्मेदार बनाता है योग हम अपनी नकारात्मक भावनाओं के प्रति बहुत ही असहाय महसूस करते हैं. कभी भी स्कूल या घर पर किसी ने नहीं सिखाया कि इन नकारात्मक भावनाओं पर कैसे विजय पाई जाए. यदि आप परेशान हैं, तो या तो पर...

Vaishakha Purnima 2025: विशेष आध्यात्मिक महत्व वाला पूर्णिमा

Vaishakha Purnima 2025: वैशाख पूर्णिमा का बहुत अधिक आध्यात्मिक महत्व है. बुद्ध पूर्णिमा भी इस दिन मनाई जाती है, यह भगवान नरसिंह जयंती के ठीक बाद आती है. इस वर्ष 12 मई को वैशाख पूर्णिमा है. हिंदुओं में सभी पूर्णिमा तिथियों को शुभ माना जाता है. वैशाख पूर्णिमा हिंदू चंद्र कैलेंडर के अनुसार वर्ष की दूसरी पूर्णिमा है और यह नरसिंह जयंती के ठीक बाद आती है. सभी पूर्णिमा के दिन कुछ खास होता है. बुद्ध जयंती वैशाख पूर्णिमा के दिन पड़ती है और इस दिन को गौतम बुद्ध की जयंती के रूप में मनाया जाता है. वैशाख पूर्णिमा का बहुत अधिक महत्व है. वैशाख पूर्णिमा का महत्व (Vaishakha Purnima Significance) भक्तगण वैशाख पूर्णिमा का व्रत रखते हैं और मंत्र और भजन गाकर भगवान विष्णु की पूजा करते हैं. भगवान सत्यनारायण की भी पूजा होती है, जो भगवान विष्णु का अत्यंत कृपालु रूप माना जाता है. पूर्णिमा के दिन सत्यनारायण व्रत भी रखा जाता है. कई समुदाय अपनी कुल परंपरा के अनुसार पूर्णिमा तिथि पर एक दिन का उपवास रखते हैं. इस दिन सत्य नारायण कथा भी की जाती है। पूजा के बाद पानी से भरा घड़ा दान करने की मान्यता है. मा...

Food for kidney stone: कुछ खाद्य पदार्थ बन सकते हैं किडनी स्टोन के कारण

Food for kidney stone: कभी-कभी किडनी में स्टोन हो जाते हैं. कुछ खाद्य पदार्थ इसका कारण बनते हैं. शोध बताते हैं कि किडनी स्टोन से बचने के लिए कुछ खाद्य पदार्थों को एवोइड करना चाहिए. गुर्दे की पथरी या किडनी स्टोन (Kidney Stone) ठोस द्रव्यमान या क्रिस्टल होते हैं, जो गुर्दे में पदार्थों जैसे खनिज, एसिड और लवण से बनते हैं. वे रेत के दाने जितने छोटे हो सकते हैं या कभी-कभी गोल्फ की गेंद से भी बड़े हो सकते हैं. गुर्दे की पथरी को रीनल कैलकुली या नेफ्रोलिथियासिस भी कहा जाता है. कुछ खाद्य पदार्थ किडनी स्टोन का कारण बनते हैं. गुर्दे को स्वस्थ रखने के लिए ऐसे खाद्य पदार्थों को अवॉयड करना चाहिए. खाद्य पदार्थ कैसे बनते हैं किडनी स्टोन के कारण (Cause of Kidney Stone) हार्वर्ड हेल्थ के अनुसार, ऑक्सालेट, प्रोटीन, सोडियम और चीनी से भरपूर आहार खाने से कुछ प्रकार के गुर्दे की पथरी का खतरा बढ़ सकता है. यह विशेष रूप से हाई सोडियम आहार के कारण हो सकता है. बहुत अधिक सोडियम गुर्दे को फ़िल्टर करने के लिए आवश्यक कैल्शियम की मात्रा बढ़ा देता है. यह किडनी के लिए हानिकारक होता है. ये भी हो सकते हैं कि...