World No Tobacco Day 2025: तंबाकू चबाने से हो सकती हैं गंभीर बीमारियां, आज से ही छोड़ें यह नशा
वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन दुनिया भर के लोगों को तंबाकू खाने से होने वाले गंभीर स्वास्थ्य नुकसान के प्रति जागरूक करने के लिए वर्ल्ड नो टोबैको डे हर साल 31 मई को मनाता है.
तंबाकू का सेवन स्वास्थ्य को बहुत नुकसान पहुंचाता है. इससे कैंसर, हृदय रोग, श्वसन संबंधी समस्याएं और प्रजनन संबंधी समस्याएं सहित कई बीमारियां और स्थितियां पैदा होती हैं. तंबाकू में कई जहरीले रसायन मौजूद होते हैं, जो हानिकारक प्रभावों के लिए जिम्मेदार होते हैं. इसमें मौजूद टार, निकोटीन, कार्बन मोनोऑक्साइड और फॉर्मेल्डिहाइड शरीर के विभिन्न अंगों और प्रणालियों को नुकसान पहुंचाते हैं. तंबाकू खाने से होने वाले गंभीर स्वास्थ्य नुकसान के प्रति जागरूक करने के लिए ही हर साल 31 मई को वर्ल्ड नो टोबैको डे (World No Tobacco Day 2025) मनाया जाता है.
वर्ल्ड नो टोबैको डे (World No Tobacco Day 2025-31 May)
वर्ल्ड नो टोबैको डे तंबाकू के उपयोग के खतरों, तंबाकू महामारी से लड़ने के लिए WHO क्या कर रहा है और किस तंबाकू कम्पनियों पर लगाम कास रहा है, इन सभी बातों की जानकारी देता है. दुनिया भर के लोग अपने स्वास्थ्य और स्वस्थ जीवन के अधिकार का दावा करने और भावी पीढ़ियों की रक्षा करने के लिए क्या कर सकते हैं, के बारे में जानकारी देता है.
कैसे हुई विश्व धूम्रपान निषेध दिवस की शुरुआत (World No Tobacco Day)
विश्व स्वास्थ्य संगठन (World Health Organisation) के सदस्य देशों ने तंबाकू महामारी और इसके कारण होने वाली रोके जा सकने वाली मृत्यु और बीमारी की ओर वैश्विक ध्यान आकर्षित करने के लिए 1987 में विश्व तंबाकू निषेध दिवस बनाया था. 1987 में विश्व स्वास्थ्य सभा ने संकल्प पारित किया, जिसमें 7 अप्रैल 1988 को "विश्व धूम्रपान निषेध दिवस" मनाने का आह्वान किया गया. 1988 में संकल्प पारित किया गया, जिसमें हर साल 31 मई को विश्व तम्बाकू निषेध दिवस मनाने की बात कही गई.
विश्व तंबाकू निषेध दिवस 2025 थीम (WNTD 2025 Theme)
डब्ल्यूएचओ (WHO) ने विश्व तंबाकू निषेध दिवस 2025 (WNTD 2025) अभियान की थीम (WNTD 2025 Theme) की घोषणा की है. यह है -"अपील का पर्दाफाश: तंबाकू और निकोटीन उत्पादों पर उद्योग की रणनीति को उजागर करना (Unmasking the Appeal: Exposing Industry Tactics on Tobacco and Nicotine Products)." इस वर्ष अभियान तंबाकू और निकोटीन उद्योगों द्वारा हानिकारक उत्पादों को बनाने के लिए अपनाई जाने वाली रणनीतियों को उजागर करने पर केंद्रित होगा.
तंबाकू के सेवन से होने वाली बीमारियां (Disease from Tobacco chewing)
वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन के अनुसार, तंबाकू चबाने से कई बीमारियां होती हैं, जो मुख्य रूप से इसमें मौजूद हानिकारक रसायनों के कारण होती हैं. तंबाकू में कई कार्सिनोजेन्स होते हैं. ये रसायन कैंसर का कारण बन सकते हैं. ये रसायन ओरल कैंसर, मसूड़ों की बीमारी और अन्य कैंसर का कारण बन सकते हैं. साथ ही हृदय रोग (Heart Disease) और स्ट्रोक (Stroke) का जोखिम भी बढ़ा सकते हैं.
कैसे तंबाकू सेवन की आदत छोड़ें (How can we prevent tobacco)
वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन के अनुसार, सिगरेट पीने की तरह ही लोगों को चबाने वाले तंबाकू का उपयोग छोड़ने में मदद करने के लिए विभिन्न सहायता प्रणालियां, कार्यक्रम और यहां तक कि प्रिस्क्रिप्शन दवायें भी उपलब्ध हैं. किसी व्यक्ति को चबाने वाले तंबाकू से निकोटीन की लत छुड़ाने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले उत्पादों के उदाहरणों में शामिल हैं: निकोटीन गम (निकोरेट).
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