बहुत आसान है यात्रा के दौरान खुद को फिट रखना
यात्रा से मिले अनुभव हमें जिंदगी जीने का मजा दोहरा कर देते हैं। कभी-कभार यात्रा के दौरान की गई लापरवाहियां सुखद यादें संजोने में बाधा बन जाती हैं। हम अनफिट हो जाते हैं और कुछ स्वास्थ्य समस्याएं हमें परेशान करने लगती हैं। यदि यात्रा करने से पहले एक अच्छी योजना बना ली जाए, जिसमें फिटनेस वर्कआउट भी शामिल हो, तो न सिर्फ फिट रहा जा सकता है, बल्कि यात्रा यादगार भी बन सकती है।
यात्राएं खुद को खुद से मिलाने का एक खूबसूरत-सा बहाना है। इस दौरान आप खूब सारी मस्ती करती हैं, ढेर सारी न भूलने वाली यादें बनाती हैं, लेकिन कई बार यात्रा के दौरान या वापस आने के बाद तबीयत खराब हो जाती है, जिस कारण उस यात्रा की यादगार यादों के साथ कुछ कड़वे पल की अनुभूति भी जुड़ जाती है। इसलिए यात्रा के दौरान फिटनेस का ध्यान रखना जरूरी है, ताकि ऊर्जा बनी रहे और आप सफर का भरपूर आनंद ले सकें।
क्यों जरूरी है यात्रा के दौरान फिट रहना
फिटनेस एक्सपर्ट यश अग्रवाल बताते हैं, ‘फिट रहना तो हमेशा जरूरी होता है, लेकिन यात्रा के दौरान अपनी फिटनेस का खयाल रखना और भी जरूरी हो जाता है। पूरे शरीर को स्वस्थ रखने, ऊर्जा स्तर को बनाए रखने और यात्रा के अनुभव को बेहतर बनाने के लिए ऐसा करना तो पहली प्राथमिकता होनी चाहिए। फिट रहने के लिए किए जाने वाले एक्सरसाइज और योगासान थकान से लड़ने, तनाव को कम करने, मूड को बेहतर बनाने और शरीर के लचीलेपन को बढ़ाने में मदद करते हैं। इसके कारण यात्रा अधिक आनंददायी और रोमांचकारी बन जाती है।’
यात्रा करने से पहले कुछ बातों को ध्यान में रखना जरूरी है
हल्के-फुल्के व्यायाम जैसे स्ट्रेचिंग, वॉकिंग या जहां भी रुकें, उस होटल के जिम का उपयोग खुद को फिट रखने में सबसे अधिक मददगार होता है। लंबी यात्रा में शरीर को गतिशील रखने के लिए हर कुछ घंटे में खड़े होकर चलना फायदेमंद है। हेल्दी स्नैक्स साथ रखें और ताजे फलों का सेवन जरूर करें। डिहाइड्रेशन से बचने के लिए पर्याप्त पानी पीना जरूरी है। नींद पूरी लें और जरूरत से ज्यादा थकान से बचें।
1 पैदल चलें
जब भी और जहां भी संभव हो, पैदल चलने की कोशिश करें। इसलिए यात्रा के लिए आरामदायक जूते साथ में जरूर रखें। हील वाले सैंडल या चप्पल का प्रयोग बिलकुल नहीं करें। हार्वर्ड हेल्थ पब्लिशिंग की स्टडी इस बात पर जोर देती है कि जितना संभव हो सके पैदल चलें। इससे शरीर की संरचना से लेकर मानसिक स्वास्थ्य तक को लाभ मिलता है। इसकी महत्ता यात्रा करते समय और बढ़ जाती है। यदि आप शरीर की स्टिफनेस को खत्म करना चाहती हैं और अधिक कठिन व्यायाम के लिए खुद को तैयार करना चाहती हैं, तो अपने शरीर को हमेशा एक्टिव रखें। हवाई अड्डों पर एस्केलेटर की बजाय सीढ़ियां चढ़ें। यदि आप एयरपोर्ट पर देर से पहुंची हैं, तो केवल हॉरिजॉन्टल एस्केलेटर का उपयोग करें। एक बार अपने गंतव्य पर पहुंचने के बाद, जितना संभव हो सके उतना पैदल चलें। शहर में भी 1-2 घंटे पैदल चलने की कोशिश करें।
अनजाने शहर में हमें रास्ते याद नहीं रहते हैं, इसलिए गूगल मैप के अलावा, आसपास के लोगों, दुकानदारों आदि से भी रास्ते के बारे में पूछें। यदि आपको मानचित्र देखना आता है, तो नई जगह के मैप की हार्ड कॉपी भी साथ रखें। इसकी भी आपको जरूरत पड़ सकती है। हमेशा सेलफोन सेवा पर निर्भर नहीं रहें। जब किसी होटल के कमरे में पहुंचें, तो तुरंत वहां के जिम के बारे में पता लगाएं, ताकि सुबह व्यायाम कर सकें।
2 हल्का-फुलका व्यायाम और स्ट्रेचिंग
दूसरी जगह व्यायाम करना आसान नहीं होता है। घुमते रहने के कारण किसी भी एक्सरसाइज शेड्यूल पर टिके रहना मुश्किल है। इसके लिए आप उसी व्यायाम का चुनाव करें, जो आसानी से कम समय में उस स्थान पर किया जा सके। यदि आपने बहुत सारे अलग-अलग व्यायाम करने की योजना बनाई है, तो ऐसा नहीं करें। अधिक कठोर व्यायाम का चुनाव नहीं करें, जिससे कि पैरों में मोच आने या चोट लगने की संभावना बने। होटल में यदि जिम की सुविधा है और वह स्थान साफ़-सुथरा है, तभी उसका इस्तेमाल करें। समय और सुविधा के अनुरूप एक्सरसाइज करें। यश अग्रवाल के अनुसार, यात्रा के दौरान जंप स्क्वैट्स, पुशअप्स और सिटअप्स बढ़िया और छोटा वर्कआउट है। इसके लिए बड़ी जगह की आवश्यकता नहीं होती है। इन्हें होटल के कमरे में भी किया जा सकता है।’
अगर आप एक्सरसाइज के बाद रनिंग करती हैं, तो यह उस स्थान की रेकी की तरह हो जाएगा। इससे आपको रास्ते का भी पता चल जाएगा। फिट रहने के लिए कसरत करना जरूरी है और इसके लिए होटल का कमरा भी काफी है। आपके पास केवल 20-25 मिनट समय होना चाहिए। कुछ न कुछ करती रहें। कुछ नहीं करने से बेहतर है कुछ भी करना।
3 पौष्टिक भोजन लेने की कोशिश करें
अक्सर हम यात्रा के दौरान कुछ-भी खा लेते हैं। पौष्टिक भोजन के बारे में तो जरा भी नहीं सोचते हैं। कभी-कभी तो ऊल-जलूल खा लेने के कारण यात्रा के दौरान बदहजमी, उल्टी-दस्त की भी समस्या हो जाती है। इसलिए यात्रा के दौरान हमें अपने खाने-पीने और पोषण का जरूर खयाल रखना चाहिए। अपने साथ बहुत अधिक खाने के आइटम ले जाना संभव नहीं है। यदि आप अपने साथ घर का खाना नहीं ले जा सकती हैं, तो आपको पोषण के लिए उस स्थान के भोजन पर निर्भर रहना पड़ेगा। आपके विकल्प मुख्य रूप से उस स्थान के अनुसार तय होंगे। संभव है कि वहां स्वस्थ भोजन के विकल्प ढूंढना मुश्किल हो, लेकिन हमेशा सर्वश्रेष्ठ प्रयास करें। विटामिन सप्लीमेंट साथ रखें, ताकि कम से कम कुछ पोषक तत्व मिल सकें। भले ही यात्रा के दौरान सैचुरेटेड फैट और एडेड शुगर की बहुत ज़्यादा मात्रा ले रही हों। पोषण विशेषज्ञ डॉ. नीतू भट्ट के अनुसार, इसके नुकसान को कम करने के लिए यात्रा के दौरान इंटरमिटेंट फास्टिंग को अपनाया जा सकता है। यानी एक भोजन लेने पर एक निश्चित अंतराल के बाद (12-16 घंटे बाद) दूसरा भोजन लेना। उदाहरण के लिए यदि आप रात का खाना खाती हैं, तो सुबह नाश्ता छोड़ दें, फिर दोपहर का भोजन खाएं। आपके शेड्यूल और शारीरिक आवश्यकताओं के आधार पर यह उपाय आपके लिए बहुत अधिक काम नहीं कर सकता है, लेकिन कम खाना कम कैलोरी लेने का एक बढ़िया तरीका है। अपने साथ कुछ ड्राई फ्रूट्स और सीड्स अवश्य रखें। जब एनर्जी की कमी महसूस हो, तो एक मुट्ठी इसे ले सकती हैं। यात्रा के दौरान सबसे अधिक डिहाइड्रेशन की समस्या होती है। इसलिए पानी खूब पीयें। समय पर खाना जरूर खा लें। आपका शरीर सही संकेत मिलने पर सोता है और उस प्रक्रिया का एक बड़ा कारण सही समय पर खाना है। आपके खाने का शेड्यूल आपकी नींद के शेड्यूल जितना ही महत्वपूर्ण है। इसलिए नींद को प्राथमिकता दें। अपने शरीर की घड़ी के हिसाब से खाने के महत्व को समझना सबसे अच्छा ट्रैवल हैक है।
4 नींद को दें प्राथमिकता
नींद पूरी नहीं होने और बिना रुकावट के नींद नहीं होने के कारण यात्रा के दौरान शारीरिक के साथ-साथ मानसिक समस्या होने की संभावना बनी रहती है। इसलिए अच्छी नींद पाने के लिए इसे प्राथमिकता दें। अगर आपको नए स्थान पर नींद नहीं आने की समस्या है, तो आपको कुछ बातों को ध्यान में रखना होगा।
. सोने से कम से कम एक घंटे पहले स्क्रीन देखना बंद कर दें। यह स्क्रीन मोबाइल, लैपटॉप या टीवी का भी हो सकता है।
. सोने से पहले लाइट बंद करना नहीं भूलें। बेड पर जाने के तुरंत बाद नींद नहीं आ सकती है। इसलिए सोने से पहले कुछ देर के लिए कोई अच्छी किताब का 1-2 पन्ना पढ़ने की कोशिश करें। इससे अच्छी नींद आ सकती है।
. बिस्तर पर जाने से कुछ घंटे पहले खाना खाने से बचने की कोशिश करें। बहुत अधिक भोजन कर लेने से नींद नहीं आ सकती है। इसलिए रात में सोने से पहले कुछ हल्का खाएं।
नींद शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य का सबसे महत्वपूर्ण तत्व है, इसलिए इसे प्राथमिकता देना यात्रा को आनंददायक बनाने की पहली शर्त है।
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यात्रा के दौरान फिट रहने के लिए किए जा सकते हैं कई योगासन
मेरे पास ऐसे कई क्लाइंट आते हैं, जो यात्रा के दौरान किए जाने वाले आसन के बारे में पूछते हैं. मैं उन्हें पवनमुक्तासन सहित कई तरह के आसन बताती हूं, जिन्हें चलती हुई ट्रेन में भी किया जा सकता है। यदि कोई हवाई जहाज से यात्रा कर रहा है, तो खुद को मानसिक और शारीरिक तौर पर फिट रखने के लिए अनुलोम-विलोम जैसे प्राणायाम कर सकता है। हवाई जहाज़ पर प्राणायाम का अभ्यास करने से यात्रा से जुड़े तनाव और घबराहट को दूर करने और समग्र स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मदद मिल सकती है। सांस लेने के सरल व्यायाम, जैसे चार बार सांस लेना और आठ बार सांस छोड़ना नर्वस सिस्टम को शांत कर सकते हैं। आराम पाने और ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर बनाने के लिए सीटिंग ट्विस्ट या नेक रोल जैसे हल्के योग आसन भी कर सकती हैं। चलती ट्रेन में पवनमुक्तासन, तितली आसन आदि किया जा सकता है।
यात्रा के दौरान यदि किसी स्थान पर ठहरी हुई हैं, तो वहां बहुत सारे योगासन आसानी से कर सकती हैं। शरीर के जोड़ों को स्वस्थ रखने और उन्हें लचीला बनाए रखने के लिए पवनमुक्तासन भाग 1 जरूर करें। इससे प्राण वायु का प्रवाह सुचारू रूप से हो पाता है। गर्दन और मांसपेशियों को लचीला बनाए रखने के लिए स्कंध चक्र ग्रीवा संचालन करें। शरीर के संतुलन और पोश्चर को सही रखने के लिए ताड़ासन करना चाहिए। पैर के निचले हिस्से के लिए मैं जानू (घुटना) चक्रासन और शरीर को हल्का स्ट्रेच करने के लिए तिर्यक ताड़ासन बताती हूं। यदि आप होटल के कमरे में सूर्य नमस्कार कर सकती हैं और आपको नियमित रूप से इसे करने की आदत है, तो इस आसन को जरूर करें। यह आसन पूरे शरीर को फिट रखने में सक्षम है।
बिनीता यादव, योग प्रशिक्षक और लाइफ कोच
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