भय और विघ्नहर्ता हनुमान के जीवन पर आधारित किताबें हैं प्रेरणादायी

जैसे ही हमें किसी प्रकार का भय लगता है या असंभव-सा लगने वाला कार्य सामने आता है, तो हम हनुमान जी का नाम जपने लगते हैं. क्या आपने कभी उनके जीवन को गहराई से जानने का प्रयास किया है? आपके इस प्रयास में मदद कर सकती हैं हनुमान जी के जीवन पर लिखी कुछ किताबें. भय और विघ्न हर्ता हनुमान का नाम हम बचपन से लेते आये हैं. हनुमान बलशाली होने के साथ-साथ ज्ञानवान भी हैं. इसलिए महाबली हनुमान के मंदिर देश भर में मौजूद हैं. हम तुलसीदास रचित ‘हनुमान चालीसा’ का पाठ भी नित्यदिन करते हैं. पर ज्यादातर लोग उनके जीवन तथा इतिहास के बारे में बहुत अधिक नहीं जानते हैं. हनुमान जी के जीवन पर आधारित कुछ पुस्तकें हैं, जो विशिष्ट धर्मग्रंथों के आधार पर लिखी गई हैं. ये पुस्तकें उनके जीवन पर प्रेरणादायी और विश्वसनीय जानकारियां देती हैं. 1 पवनपुत्र पौराणिक पात्रों पर कई औपन्यासिक कृति लिख चुके भगवतीशरण मिश्र की पुस्तक ‘पवनपुत्र’ हनुमान के व्यक्तित्व और कृतित्व के बारे में विश्वसनीय जानकारी देती है. सरल शब्दों में कही गई हनुमान की जीवन गाथा को लिखने के लिए लेखक ने न सिर्फ वाल्मीकीय रामायण और तुलसीदास के रामचरित मानस को आधार बनाया, बल्कि कंब रामायण (तमिल), अध्यात्म रामायण (संस्कृत तथा मलयालम) कृतिवास रामायण (बांग्ला), गिरिधर रामायण (गुजराती) से भी हनुमान के जीवन प्रसंगों को लिया है. यह आत्मकथात्मक आख्यान है, यानी किताब में हनुमान ही अपनी जीवन गाथा लोगों से सुनाते हैं. यह कृति हनुमान के मानवीय स्वरूप को दर्शाता है, लेकिन उनके देवत्व गुणों को नकारता नहीं है. युद्ध के देवता होने के बावजूद हनुमान युद्ध के प्रति विरोध दर्शाकर शांति की स्थापना की बात करते हैं. इसी तरह की हनुमान जी के जीवन से जुड़ी अन्य प्रासंगिक बातें पुस्तक को सर्वश्रेष्ठ बनाती है. 2 श्री हनुमान जी की संपूर्ण जीवन गाथा पुराणों में हनुमान जी के जन्म एवं चरित्र का अनेक रूपों में वर्णन मिलता है. श्री हनुमान जी कहीं 'शंकर सुवन', कहीं ‘पवन तनय’, ‘कहीं 'केसरीनन्दन’ और कहीं 'आञ्जनेय' के रूप में भी जाने जाते हैं. लेखक रामसागर प्रसाद सिंह अपनी किताब में स्पष्ट करते हैं कि 'रूद्रावतार' हनुमान शिव शंकर भोले के ही अंश हैं. एक समय शिव शंकर भगवती सती के साथ कैलाश के उत्तम श्रृंग पर विराजमान थे. प्रसंगवश शंकर जी ने सती से कहा कि धर्म की रक्षा एवं राक्षसों (रावण सहित) के संहार के लिए मेरे प्रभु श्रीविष्णु राम रूप में पृथ्वी पर अवतार ले रहे हैं. खुद वे भी अवतार लेकर उनकी सेवा करना चाहते थे. भगवान शंकर ने कहा कि मैं एक रूप से अवतार लेकर उनकी सेवा करूंगा और एक रूप से तुम्हारे साथ रहकर उनकी लीलाएं दिखाऊंगा. रावण ने मेरी भक्ति अवश्य की है, पर उसने मेरे एक अंश की अवहेलना भी की है. मैं ग्यारह रूपों में रहता हूं. उसने दस सिर चढ़ाकर मेरी पूजा की थी. उसने मेरे एक अंश को बिना पूजा किए छोड़ दिया था. अब मैं उसी अंश के रूप में उसके विरुद्ध युद्ध कर सकता हूं और अपने प्रभु श्रीराम की सेवा भी कर सकता हूं. मैंने वायु देवता के द्वारा अञ्जना के गर्भ से अवतार लेने का निश्चय किया है. इस प्रकार भगवान शंकर ही हनुमान के रूप में अवतरित हुए. 365 हनुमान कथाएं लेखक स्वयं गांगुली ने पुस्तक ‘365 हनुमान कथाएं’ में हनुमान जी के जीवन की अद्भुत कहानियां प्रस्तुत किया है. बच्चों से लेकर बड़ों तक, हनुमानजी सभी के प्रिय देवता हैं. पूजनीय देवताओं में से एक हैं. हनुमान जी की वीरता की कहानियों में शब्दों का सहज प्रवाह बना रहता है. फिर उन कहानियों का शानदार चित्रण उनकी दयालुता, बहादुरी, धार्मिकता जैसे अनुकरणीय गुणों और महिमा को जीवंत कर देता है. लेखक स्वयं गांगुली कथा कहने की अपनी अनूठी शैली में एक के बाद एक कम-ज्ञात मनमोहक कहानियां सुनाते हैं. हनुमानजी के महामंत्र: जीवन के समस्त समस्याओं का समाधान प्रीति रावत और बी एस रावत ने ‘हनुमानजी के महामंत्र : जीवन के समस्त समस्याओं का समाधान’ पुस्तक लिखी है. यह पुस्तक भगवान हनुमान के शक्तिशाली महामंत्रों के बारे में विशेष और अर्थपूर्ण जानकारी प्रदान करती है. हिंदू धर्म में समर्पण, वीरता, और साहस के प्रतीक के रूप में पूजे जाते हैं भगवान हनुमान. उनके महामंत्रों के जाप से कोई भी व्यक्ति अपने जीवन के समस्त संकटों का समाधान प्राप्त कर सकता है. उनके महामंत्रों का उच्चारण करने से मन में आनंद, समृद्धि, शक्ति और शांति का अनुभव किया जा सकता है. यह पुस्तक जीवन में सकारात्मक परिवर्तन लाने के साथ-साथ भगवान हनुमान के प्रति समर्पण और श्रद्धा बढ़ाने में भी मदद करती है. यह आध्यात्मिक उन्नति में भी सहायक हो सकती है. अंग्रेजी में हनुमान जी का जीवन अंग्रेजी में पौराणिक आख्यानकार देवदत्त पट्टनायक हनुमान के जीवन पर आधारित अपनी पुस्तक ‘हनुमान: एन इंट्रोडक्शन’ और ‘माई हनुमान चालीसा’ में हनुमान जी के आध्यात्मिक चरित्र की सरल शब्दों में तर्कसंगत व्याख्या करते हैं. इनके अलावा, लेखक वनमाली की ‘हनुमान : द डिवोशन एंड पॉवर ऑफ़ द मंकी गॉड’, शुभा विलास की ‘द क्रोनिकल्स ऑफ़ हनुमान’, परवेज दीवान की ‘द बुक ऑफ़ हनुमान’, फिलिप लुटगेनडोर्फ की ‘हनुमान टेल्स’ भी हनुमान जी के जीवन पर आधारित प्रमुख किताबें हैं.

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